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Showing posts from 2022

पाकी का कंपाउंडिंग मानचित्र निरस्त, गिरेगी बिल्डिंग

शताब्दीनगर डिवाइडर रोड पर हुआ है फैक्ट्री का निर्माण   मेरठ की पाकी इंटरप्राइजेज की शताब्दीनगर स्थित बिल्डिंग का कंपाउंडिंग मानचित्र मेरठ विकास प्राधिकरण(एमडीए) ने निरस्त कर दिया है। प्राधिकरण में पाकी इंटरप्राइजेज की बिल्डिंग का कंपाउंडिंग मानचित्र दाखिल किया गया था, जिसकी जांच पड़ताल के बाद प्राधिकरण इंजीनियरों ने इसे रिजेक्ट कर दिया है। दरअसल, तीन हजार वर्ग मीटर जमीन में शताब्दीनगर स्थित डिवाइडर पर अचार की फैक्ट्री बनाई जा रही है। यह फैक्ट्री पंकज गोयल की बताई गई है। इंजीनियरों की टीम ने जो कंपाउंडिंग मानचित्र मेरठ विकास प्राधिकरण में दाखिल किया गया था, उसकी मौके पर जाकर जांच पड़ताल की, जिसमें लिंटर के आगे निकाले गए छज्जे पर तीन मंजिल तक बिल्डिंग उठा दी गई है, जो नियमविरुद्ध है। इसी वजह से पूरी बिल्डिंग को कंपाउंडिंग के दायरे से बाहर कर दिया गया हैं। यही नहीं, सर्विस रोड पर फैक्ट्री मालिक ने टॉयलेट के टैंक बना दिए। इसका उल्लेख भी इंजीनियरों ने अपनी रिपोर्ट में किया हैं। इस वजह से भी कंपाउंडिंग के मानचित्र को निरस्त करना बताया जा रहा है। फिर फैक्ट्री के चारों दिशाओं में दमकल विभाग की ग

बिल्डिर के खिलाफ कमिश्नर से लगाई गुहार

भू-माफिया घोषित करने की मांग, किसानों ने दिया ज्ञापन  मेरठ में घाट के कुछ किसान गुरुवार को कमिश्नर के सामने पेश हुए। इन किसानों का आरोप था कि बिल्डर मोनू गुर्जर ने उनके खेत की चकरोड और नाली को खत्म कर दिया है, जिसके चलते किसान अपने खेतों पर नहीं जा पाते है और खेतों की सिंचाई भी नहीं कर पा रहे हैं।  नहीं आवगमन हो पाता हैं। उनके खेतों पर आने जाने के लिए रास्ता भी खत्म कर दिया गया है। किसानों का कहना है कि उनके खेत की चकरोड और नालियों को खत्म करने वाले बिल्डर को भू-माफिया में चिन्हित कर कानूनी कार्रवाई की जाए। किसानों ने कहा कि खसरा संख्या 1141, 1149, 1162, 1170 आदि में नाली सरकारी है, जो बिल्डर मोनू ने अवैध कॉलोनी में मिलाकर कब्जा कर लिया है, ऐसा आरोप लगाया है। इसमें कितनी सच्चाई हैं, इसकी जांच एमडीए सचिव और प्रशासन की टीम करेगी, जिसके बाद ही वास्तविकता सामने आएगी। शिकायतकर्ता किसान दुर्गा पुत्र शीशा निवासी घाट ने कमिश्नर से गुहार लगाई है कि सरकारी नाली और उनकी चकरोड की जमीन को कब्जा मुक्त कराकर मोनू के खिलाफ भू-माफिया की कार्रवाई की जाए। साथ ही उनकी अवैध कॉलोनी पर बुलडोजर चलाकर ध्वस्तीक

एनएचआई अफसरों ने मूंदी आंखें

बागपत बाइपास ओवर ब्रिज के नीचे बन गए गहरे गड्ढे, हर रोज हो रही है दुर्घटनाएं   मेरठ में एनएचएआई ने अपनी सड़कों को लेकर आंखें मूंद ली हैं। सर्विस रोड बागपत बाइपास की हो या फिर सरधना बाइपास की, सभी खराब हो गई हैं। इनकी मरम्मत तक नहीं की जा रही हैं। एनएचएआई की लापरवाही के चलते बागपत बाइपास पर तो आये दिन दुर्घटना हो रही हैं। फिर भी सड़क की मरम्मत तक नहीं की जा रही हैं, जबकि टोल की वसू ली पूरी की जा रही हैं, उसमें कहीं कोई छुट्ट नहीं दी जाती। बागपत बाइपास पर लोगों ने खराब सड़क को लेकर हंगामा किया तथा मौजूद पुलिस कर्मियों ने लोगों को समझाया, जिसके बाद ही प्रदर्शनकारी लौटे।   दरअसल, एनएचएआई ने सर्विस रोड तो बना दी, लेकिन यहां का पानी का निकास कहां होगा? इसका कोई प्लान नहीं किया, जिसके चलते हाइवे पर पानी भर जाता हैं। ये पानी एकठ्ठा होकर बागपत बाइपास पर स्थित फ्लाई ओवर के नीचे एकत्र हो जाता हैं, जिसके चलते यहां सड़क भी जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो गई हैं। उसमें गहरे गड्ढे बन गए हैं। इनमें दुपहिया वाहन तो अगला टायर जाने के बाद गड्ढे में ही गिर जाता हैं। जनवाणी फोटो जर्नलिस्ट ने गुरुवार को कई दुपहिया वा

अवैध निर्माण की बाढ़

 न्यू ट्रांसपोर्ट नगर था प्लानिंग में बन गई अवैध कालोनियां रामबोल तोमर महायोजना 2031 पर प्लान चल रहा है। तमाम नियमों को लागू किया जा रहा है ।इससे पहले महायोजना 2021 पर काम हुआ था ।तब मेरठ विकास प्राधिकरण ने न्यू ट्रांसपोर्ट नगर बागपत रोड स्थित पांचली खुर्द गांव में विकसित करने का प्लान तैयार किया था ।क्योंकि शहर में ट्रांसपोर्ट नगर से जाम की समस्या पैदा हो गई है ।इसी वजह से महायोजना 2021 में मेरठ विकास प्राधिकरण ने ट्रांसपोर्ट नगर को शहर से बाहर ले जाने का प्लान किया था ।जिसमें पांचली खुर्द में न्यू ट्रांसपोर्ट नगर विकसित किया जाना था इसके लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया भी प्रशासन ने पूरी कर ली थी ।मेरठ विकास प्राधिकरण 6 करोड रुपए प्रशासन को जमीन अधिग्रहण करने के लिए दे भी चुका था । वर्तमान में मेरठ विकास प्राधिकरण कि न्यू ट्रांसपोर्ट नगर कि प्लानिंग को बिल्डर अवैध कालोनियां विकसित कर पलीता लगा रहे हैं । करीब 60 बिघा से ऊपर जमीन पर अवैध कालोनियां बना दी गई है ।कमिश्नर न्यू ट्रांसपोर्ट नगर की दमदार प्लानिंग कर रहे हैं लेकिन बिल्डर इस योजना को पलीता लगाने में जुटे हैं अब प्राधिकरण के इंज

खाकी पर हमला, सिपाही घायल

 मेरठ : लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र में खाकी पर हमला कर दिया।हमले में देख पुलिसकर्मी घायल हो गया है,जिसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है । घायल सिपाही का नाम अमित बताया गया है जिसकी डॉक्टरी जिला अस्पताल में हुई है । हालांकि अभी घायल सिपाही की तरफ से लिसाड़ी गेट थाने में कोई मुकदमा दर्ज नहीं कराया गया है । मारपीट की वजह क्या है इसे पुलिस के आला अफसर भी छुपा रहे हैं ।

भाकियू का आधी रात में चालू हुआ कलक्ट्रेट में धरना, प्रशासन में हड़कंप

  मेरठ में गुरुवार को भारतीय किसान यूनियन के आह्वान पर भाकियू कार्यकर्ताओं ने आधी रात में डीएम आॅफिस पर डेरा लगा दिया। रात्रि में भाकियू के धरना आरंभ कर देने से अधिकारी भी नहीं समझ पाये कि आखिर रात्रि में धरना क्यों चालू कर दिया हैं। धरने पर बैठे किसानों ने बताया कि लखीमपुर खीरी में धरने पर बैठे किसानों का पानी और बिजली काटने से किसानों का आक्रोश भड़क गया। 75 घंटे से लखीमपुर खीरी में किसानों को केन्द्रीय मंत्री के खिलाफ धरना चल रहा हैं।  भारतीय किसान यूनियन के राष्टÑीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत के आह्वान पर रात्रि में अचानक धरना आरंभ हुआ हैं। किसान अपना हुक्का व टेंट लेकर डीएम आॅफिस पर पहुंचे तथा यहीं पर अपना डेरा जमा दिया। किसानों के रात्रि में धरने पर बैठने से  प्रशासन में खलबली मच गई। सुबह तक किसानों की भीड़ कलक्ट्रेट में बढ़ जाएगी। ऐसा माना जा रहा हैं। यहां धरने का नेतृत्व रविंद्र सिंह दौरालिया कर रहे हैं।  केन्द्रीय राज्यमंत्री अजय टोनी की बर्खास्तगी की मांग को लेकर किसानों का धरना चल रहा हैं। किसानों पर दर्ज कराये गए मुकदमों को वापस करने की मांग को लेकर किसान धरना दे रहे हैं।  भाक

70 करोड़ की वक्फ बोर्ड की जमीन पर माफिया काबिज

  यूपी में योगी आदित्यनाथ ने जब प्रदेश मुख्यमंत्री की बागडौर संभाली तो लगा कि माफिया का सफाया हो जाएगा, लेकिन वर्तमान में माफिया सरकारी और वक्फ बोर्ड की जमीन को हथियाकर कॉलोनी विकसित कर रहा हैं। उनकी चाबुक मेरठ के माफिया पर नहीं चल रही है। हम बात कर रहे हैं मेरठ के कंकरखेड़ा स्थित ड्रीम सिटी के समीप वक्फ बोर्ड की 65 बीघा जमीन की। सरकारी दस्तावेज में ये जमीन वर्तमान में भी 65 बीघा दर्ज  हैं, लेकिन मौके पर 17 बीघा जमीन हैं। बाकी 48 बीघा जमीन कहां गई? कुछ पता नहीं। यह बड़ा सवाल भी हैं, जिसका जवाब नहीं तो प्रशासन के पास है और नहीं वक्फ बोर्ड के पास। बची 17 बीघा जमीन पर मिट्टी डालकर कब्जा किया जा रहा हैं। रोड बनाने के लिए मिट्टी भराव किया जा रहा हैं। र्इंटों के चट्टे लगा दिये गए हैं दीवार करने के लिए। जमीन पर कब्जा कर प्लाटिंग करने वाले भाजपा के कई नेताओं के नाम इसमें सामने आ रहे हैं, जिनका नाम फिलहाल सार्वजनिक करना अनुचित हैं। ऐसा तब है, जब इस जमीन को लेकर सपा सरकार में कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जा चुका हैं। विवादित जमीन पर कब्जा कर प्लाटिंग की जा रही हैं,  फिर भी भाजपा नेता अपने स

51 हजार के नकली नोटों के साथ तीन गिरफ्तार

लालकुर्ती क्षेत्र में किराए के मकान में रह रहे थे आरोपी नकली नोट बनाने वाले उपकरण बरामद मेरठ  लालकुर्ती पुलिस ने नकली नोटों की खेप के साथ तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। तीनों आरोपी लालकुर्ती क्षेत्र में किराए का मकान लेकर नकली नोट की छपाई कर वेस्ट यूपी के कई जनपदों में चला रहे थे। थाने में एसपी सिटी विनीत भटनागर ने प्रेसवार्ता में जानकारी देते हुए बताया कि तीनों आरोपी पिछले काफी दिनों से लाल कुर्ती थाना क्षेत्र में मकान किराए पर लेकर नकली नोट की छपाई कर रहे थे। तीनों के कब्जे से 80 हजार के नकली नोट और नोट छापने के उपकरण भी बरामद किए हैं।  पुलिस की छापामारी के दौरान उनके दो साथी भागने में कामयाब हो गए। पुलिस पूछताछ में बताया कि पिछले काफी दिनों से वेस्ट यूपी के कई जनपदों में नकली नोट की छपाई करे थे। बताया जाता है कि कई लाख रुपए के नकली नोट मेरठ और आसपास के जनपदों में खपा चुके हैं। पुलिस फरार चल रहे दो आरोपियों की तलाश में है।  पुलिस ने आरोपियों की पहचान प्रथम सोम पुत्र मूलचंद निवासी भमौरी थाना सरधना, निखिल शर्मा पुत्र योगेश शर्मा निवासी ग्राम नरपत की बिराल थाना बुढ़ाना जिला मुजफ्फ

एमएलसी का चुनाव और जयंत का मेरठ आगमन

  शगुन फार्म हाउस में सपा-रालोद नेताओं की मीटिंग लेेंगे रालोद सुप्रीमो जयंत सिंह  मेरठ-गाजियाबाद एमएलसी का चुनाव रालोद और भाजपा के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गया हैं। गुरुवार को जयंत चौधरी मेरठ आएंगे। एमएलसी चुनाव की रणनीति बनाने के लिए सपा-रालोद गठबंधन के तमाम नेताओं और पदाधिकारियों की बैठक लेंगे। इसमें तय किया जाएगा कि एमएलसी चुनाव के लिए कौन क्या जिम्मेदारी संभालेगा। क्योंकि अब तक गठबंधन के नेताओं में भी इस चुनाव को लेकर एकजुटता दिखाई नहीं दे रही हैं। जयंत चौधरी भी नहीं चाहते है कि जो जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में मेरठ में हुआ, उसकी फिर से एमएलसी के चुनाव में पुनरावृत्ति हो। यही वजह है कि जयंत चौधरी गुरुवार की दोपहर 1 बजे कंकरखेड़ा स्थित शगुन फार्म हाउस पर पहुंचेंगे, जहां पर सपा-रालोद नेताओं की मीटिंग लेंगे। इसके बाद पत्रकारों के साथ बातचीत करेंगे। इस मीटिंग में मेरठ, बागपत, हापुड़ और गाजियाबाद के सपा-रालोद नेताओं को बुलाया गया हैं, ताकि चुनाव को लेकर रणनीति बनाई जाए। इस चुनाव को रालोद ने प्रतिष्ठा से जोड़ लिया है।  चन्द्रशेखर ने की जयंत से मुलाकात   रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी

मेरठ में भाजपा हाफ, गठबंधन ने बाजी मारी

  गठबंधन ने चार, भाजपा को मिली तीन सीट  भले ही यूपी में फिर से भाजपा ने परचम लहराया, मगर मेरठ में इस बार भाजपा पहले से हाफ हो गई। इस बार यहां गठबंधन ने बाजी मारी और सात में से चार सीटों पर कब्जा जमाया हैं। गठबंधन ने सिवालखास, सरधना और किठौर सीट अबकी बार भाजपा से छीन ली हैं, जबकि शहर सीट पर साइकिल लगातार दूसरी बार सरपट दौड़ी और रफीक अंसारी ने बड़ी जीत दर्ज की,  वहीं भाजपा ने अपनी परंपरागत सीट मेरठ कैंट , मेरठ दक्षिण व हस्तिनापुर पर जीत दर्ज की हैं। किठौर विधानसभा सीट पर सपा के शाहिद मंजूर ने चौथी बार जीतकर चौथी बार विधानसभा पहुंचे हैं। मेरठ कैंट से अमित अग्रवाल ने लंबे सियासी वनवास के बाद जीत दर्ज की हैं। हस्तिनापुर सुरक्षित सीट पर राज्यमंत्री दिनेश खटीक ने लगातार दूसरी बार जीत के इतिहास की बराबरी की हैं। सिवालखास सीट रालोद ने भाजपा से छीन ली और इस बार यहां पूर्व में सपा विधायक रहे गुलाम मोहम्मद नल चलाने में सफल रहे हैं। सरधना विधानसभा में भाजपा के कद्दावर नेता संगीत सोम के विजयी  रथ को सपा के अतुल प्रधान ने रोक दिया। संगीत सोम यहां अपनी हैट्रिक लगाने से वंचित रह गए, वहीं मेरठ दक्षिण सीट

लापरवाही की बर्निंग ट्रेन...

मेरठ के दौराला स्टेशन पर बर्निंग ट्रेन बन गई। आखिर क्यों ? इसके पीछे बड़ी लापरवाही सामने आ रही हैं। ट्रेन की सही समय पर चेकिंग नहीं हुई, जिसके चलते ट्रेन आग के मुहाने पर आकर खड़ी हो गई। ये यक्ष प्रश्न विभाग के सामने खड़ा हो गया हैं। इसको लेकर रेल विभाग के आला अफसरों की प्रारंभिक जांच पड़ताल में यह तथ्य सामने आया है कि ट्रेन की बोगी में सहारनपुर से ही आग लगी थी। लापरवाही सहारनपुर से हुई, जो एक बड़े हादसे में तब्दील हो गई। गैटमैन इस्लाम ने सतर्कता नहीं दिखाई होती तो पांच सौ लोगों की जान जा सकती थी, जो रेल विभाग के माथे पर बड़ा कलंक लग गया होता। अब बड़ा सवाल ये है कि लापरवाही करने वाले सहारनपुर के स्टाफ पर क्या कार्रवाई की जाएगी? जब ट्रेन सहारनपुर में थी, तब आग लग चुकी थी, लेकिन आग छोटे स्तर पर थी। इसके बाद आग बढ़ती चली गई, जिसके बाद सकौती स्टेशन पर आग ने विकराल रूप ले लिया। इसके बाद ट्रेन को दौराला स्टेशन पर खड़ा किया गया। आग लगने के कई कारणों की जांच पड़ताल की जा रही हैं। विभाग के आला अफसर इसकी जांच पड़ताल में जुटे हैं। आग से क्षतिग्रस्त हुई ट्रेन की बोगियों को दौराला स्टेशन पर ही एक तरफ खड़ा करा द

महाशिवरात्रि पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़...

महाशिवरात्रि पर श्रद्धालुओं की मेरठ के प्राचीन औघड़नाथ मंदिर और बागपत के पुरामहादेव मंदिर में सोमवार को श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी । श्रद्धालुओं ने बाबा औघड़नाथ पर जलाभिषेक कर शांति सद्भाव की प्रार्थनाए की गई । महिला श्रद्धालु सुबह से ही औघड़नाथ और पुरामहादेव मंदिर पर कतार में लग गई थी । औघड़नाथ मंदिर का इतिहास भी बेहद प्राचीन है और पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस प्राचीन औघड़नाथ मंदिर में पूजा अर्चना की थी । इस मंदिर की भव्यता को लेकर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रशंसा की थी तथा कहा था कि यह उनका सौभाग्य है कि औघड़नाथ मंदिर में उन्हें पूजा करने का मौका मिला ।इसी तरह से बागपत के बलेनी में स्थित पुरा महादेव मंदिर का भी इतिहास बेहद प्राचीन है ।कहा जाता है कि भगवान परशुराम ने पुरा महादेव मंदिर की स्थापना की थी तथा वहीं पर लंबे समय तक तप किया था । इसी वजह से पुरा महादेव मंदिर भी देशभर में ही नहीं, बल्कि दुनिया में वह विशेष महत्व रखता है ।मेरठ के औघड़नाथ मंदिर और बागपत के बालैनी पुरामहादेव मंदिर दोनों में ही दूर-दराज से लोग दर्शन करने और मनोकामना पूरी करने के लिए आते

भाजपा में खिंची परेशानी की लकीर

मित्रों पूरे देश की निगाहें यूपी के चुनाव पर लगी हैं। चुनाव तो पंजाब, उत्तराखंड में भी हो रहे हैं, लेकिन यूपी सर्वाधिक महत्वपूर्ण हो गया हैं। ​​भाजपा में परेशानी की लकीरे खींचने लगी है। तीन चरणों के चुनाव के बाद भाजपा नेताओं में अजीब सी बैचेनी पैदा हो गई हैं। यह चुनाव 2022 का नहीं, बल्कि 2024 का सेमीफाइनल भी है। इस वजह से भी भाजपा शीर्ष नेताओं ने पूरी ताकत झोंकी, लेकिन आखिर एक माह में ऐसा क्या हुआ कि यूपी का चुनाव ही बदल गया। इसकी वजह क्या हैं ? क्या नेताओं का एक पार्टी छोडकर दूसरी पार्टी में जाना वजह हैं या किसान आंदोलन।  क्योंकि पश्चिमी यूपी के किसानों की आंदोलन में अहम भूमिका रही हैं।  किसान आंदोलन से पहले भाजपा का कहीं कोई विरोध नहीं था। विपक्ष को पैर टेकने की जगह नहीं मल रही थी। इस बात को भाजपा के कई बडे नेता भी मानते हैं, मगर इसे जगजाहिर नहीं होने दे रहे हैं। किसान आंदोलन जैसे ही चला, विपक्ष भी शोर—शराबा करने लगा। रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी ने पश्चिमी यूपी में ताबडतोड महापंचायत की। जयंत चौधरी का महापंचायत करने का रेस्पांस भी मिला। किसान आंदोलन का 13 माह चलना भी भाजपा के लिए नुकसान

पीएम आवास योजना का बंटाधार!

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का लोगों को आवास देने का ड्रीम प्रोजेक्ट हैं, लेकिन इस प्रोजेक्ट में भी भ्रष्टाचार हो रहा हैं। ऐसा ही एक मामला पश्चिमी यूपी के सहारनपुर जनपद का सामने आया है, जिसमें डूडा के परियोजना अधिकारी ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर पहले तो परियोजना अधिकारी का पद हथियाया, ​फिर घोटाला कर दिया। देखा जाए तो पीएम आवास योजना में भ्रष्टाचार चरम पर है।  यही वजह है कि इसमें घोटाला करने के लिए फर्जी नियुक्ती तक लोग करा रहे हैं। इस बड़े फर्जीवाड़े में पर्दे के पीछे कौन हैं? चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के एक संविदा कर्मी ने किस तरह से सरकार में बैठे रसूखदारों से मिलकर किस तरह से फर्जीवाड़ा किया, फिर करीब 25 करोड़ का घोटाला कर दिया। घोटाला होने के बाद भी पीएम आवास को लेकर आला अफसर चुप्पी साधे हुए हैं। आखिर इसके पीछे कितना बड़ा महाखेल चल रहा था। दरअसल, सत्ता की हनक अनुज प्रताप दिखाते थे।  अनुज प्रताद कैसे संविदा कर्मी से सहारनपुर के पीओ के पद तक पहुंच गया। कैसे उसकी तैनाती कर दी गई? जब प्रदेश में डूडा आॅफिस में तैनात होने वाले परियोजना अधिकारी(पीओ)की सीएम आॅफिस से सूची जारी हो रही थी, तब अंत