ग्रेटर नोएडा के बट्टा गांव में अब मातमी सन्नटा पसरा हुआ है। गांव में केवल महिला, बच्चे और घायल लोग मौज़ूद हैं। पुलिस ने बल प्रयोग के बाद गांव के सारे पुरुषों ने गांव खाली कर दिया है। घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है, वहीं पुलिस ने स्थानीय किसान नेता मनवीर तेवटिया की तलाश तेज़ कर दी है। इसके साथ ही पुलिस ने अब तेवतिया पर इनाम भी घोषित कर दिया है। पुलिस ने तेवटिया पर पचास हज़ार रुपये का इनाम रखा है तेवटिया की तलाश में पुलिस ने पूरे गांव में सर्च ऑपरेशन चलाया। सर्च ऑपरेशन की आड़ में पुलिस ने महिलाओं को सरेआम गांव में पीटा। मकान तोड़ दिए और घरों के क़ीमती सामान को तहस-नहस कर दिया। तीन हज़ार की आबादी वाले गांव में पुलिस सबसे मनवीर तेवटिया के बारे में पूछ रही है। फ़िलहाल पुलिस के डर से गांव के सभी पुरुष फ़रार हैं और सिर्फ़ महिलाएं और बच्चे गांव ही में हैं। पुलिस ने पूरे गांव को छावनी में तब्दील कर दिया है। ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के जमीन अधिग्रहण के खिलाफ किसानों और पुलिस फायरिंग में 4 लोगों की मौत हो गई थी जिसमे 2 पुलिसवाले शामिल थे।
ग्रेटर नोएडा किसान आंदोलन की चपेट में अब आगरा का गढ़ीरामी गांव भी आ गया है। किसानों और पुलिस में झड़प की ख़बर है। किसानों ने कई गाड़ियों में आग दी है। पुलिस और किसानों के बीच फ़ायरिंग लगातार जारी है। दोनों तरफ़ से लगातार गोलियां चलाईं जा रही हैं, जिसमें पीएसी का एक जवान भी घायल हो गया है। ग्रेटर नोएडा के भट्टा गांव से भड़की यह आग आगरा के गढ़ीराम तक पहुंच गई है।
उधर ग्रेटर नोएडा में आज भी किसानों का प्रदर्शन जारी है। प्रदर्शन को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। वहीं पुलिस ने स्थानीय किसान नेता मनवीर तेवटिया की तलाश तेज़ कर दी है। इसके साथ ही पुलिस ने अब तेवतिया पर इनाम भी घोषित कर दिया है। पुलिस ने तेवटिया पर पचास हज़ार रुपये का इनाम रखा है। तेवटिया की तलाश में पुलिस ने पूरे गांव में सर्च ऑपरेशन चलाया। सर्च ऑपरेशन की आड़ में पुलिस ने महिलाओं को सरेआम गांव में पीटा। मकान तोड़ दिए और घरों के क़ीमती सामान को तहस-नहस कर दिया गया। तीन हज़ार की आबादी वाले गांव में पुलिस सबसे मनवीर तेवटिया के बारे में पूछ रही है। फ़िलहाल पुलिस के डर से गांव के सभी पुरुष फ़रार हैं और सिर्फ़ महिलाएं और बच्चे गांव ही में हैं। पुलिस ने पूरे गांव को छावनी में तब्दील कर दिया है।
किसानों और पुलिस के बीच हुई फ़ायरिंग में अब तक दो पुलिसवाले और 2 किसानों की मौत हो चुकी है। वहीं गौतबुद्धनगर के डीएम को भी गोली लगी है और 15 पुलिस वाले घायल हो गए हैं। 21 किसानों को गिरफ़्तार किया गया है। ग़ौरतलब है कि अपने ज़मीनों के लिए ज़्यादा मुआवज़े की मांग को लेकर पिछले कई दिनों से किसान आंदोलन कर रहे हैं। वहीं एक तरफ़ जहां राज्य सरकार आंदोलन के पीछे अराजक तत्वों का हाथ होने की बात कह रही हैं, वहीं दूसरी तरफ़ बीजेपी और कांग्रेस को बीएसपी पर निशाना साधने का मौक़ा मिल गया है।वहीं किसानों के आंदोलन ने बीएसपी सरकार की नींद उड़ा दी है। सरकार सफ़ाई दे रही है कि किसानों के सभी मुद्दों को सुलझा लिया गया है। पुलिस के मुताबिक, किसान नेता मनवीर तेवतिया आंदोलनकारी किसानों को भड़काने का काम कर रहे हैं। किसानों ने पुलिसकर्मियों पर पथराव भी किया। राहत देने वाली ख़बर यह है कि इस सब के बीच यूपी रोडवेज के जिन तीन कर्मचारियों को किसानों ने शुक्रवार को बंधक बनाया था, उन्हें सही सलामत छुड़ा लिया गया है। हालात की गंभीरता को देखते हुए सुरक्षा के इंतज़ाम कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। बहरहाल जब तक किसान और सरकार इस समस्या के समाधान तक नहीं पहुंचते, तब यह आंदोलन जारी रहने की आशंका है।
ग्रेटर नोएडा किसान आंदोलन की चपेट में अब आगरा का गढ़ीरामी गांव भी आ गया है। किसानों और पुलिस में झड़प की ख़बर है। किसानों ने कई गाड़ियों में आग दी है। पुलिस और किसानों के बीच फ़ायरिंग लगातार जारी है। दोनों तरफ़ से लगातार गोलियां चलाईं जा रही हैं, जिसमें पीएसी का एक जवान भी घायल हो गया है। ग्रेटर नोएडा के भट्टा गांव से भड़की यह आग आगरा के गढ़ीराम तक पहुंच गई है।
उधर ग्रेटर नोएडा में आज भी किसानों का प्रदर्शन जारी है। प्रदर्शन को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। वहीं पुलिस ने स्थानीय किसान नेता मनवीर तेवटिया की तलाश तेज़ कर दी है। इसके साथ ही पुलिस ने अब तेवतिया पर इनाम भी घोषित कर दिया है। पुलिस ने तेवटिया पर पचास हज़ार रुपये का इनाम रखा है। तेवटिया की तलाश में पुलिस ने पूरे गांव में सर्च ऑपरेशन चलाया। सर्च ऑपरेशन की आड़ में पुलिस ने महिलाओं को सरेआम गांव में पीटा। मकान तोड़ दिए और घरों के क़ीमती सामान को तहस-नहस कर दिया गया। तीन हज़ार की आबादी वाले गांव में पुलिस सबसे मनवीर तेवटिया के बारे में पूछ रही है। फ़िलहाल पुलिस के डर से गांव के सभी पुरुष फ़रार हैं और सिर्फ़ महिलाएं और बच्चे गांव ही में हैं। पुलिस ने पूरे गांव को छावनी में तब्दील कर दिया है।
किसानों और पुलिस के बीच हुई फ़ायरिंग में अब तक दो पुलिसवाले और 2 किसानों की मौत हो चुकी है। वहीं गौतबुद्धनगर के डीएम को भी गोली लगी है और 15 पुलिस वाले घायल हो गए हैं। 21 किसानों को गिरफ़्तार किया गया है। ग़ौरतलब है कि अपने ज़मीनों के लिए ज़्यादा मुआवज़े की मांग को लेकर पिछले कई दिनों से किसान आंदोलन कर रहे हैं। वहीं एक तरफ़ जहां राज्य सरकार आंदोलन के पीछे अराजक तत्वों का हाथ होने की बात कह रही हैं, वहीं दूसरी तरफ़ बीजेपी और कांग्रेस को बीएसपी पर निशाना साधने का मौक़ा मिल गया है।वहीं किसानों के आंदोलन ने बीएसपी सरकार की नींद उड़ा दी है। सरकार सफ़ाई दे रही है कि किसानों के सभी मुद्दों को सुलझा लिया गया है। पुलिस के मुताबिक, किसान नेता मनवीर तेवतिया आंदोलनकारी किसानों को भड़काने का काम कर रहे हैं। किसानों ने पुलिसकर्मियों पर पथराव भी किया। राहत देने वाली ख़बर यह है कि इस सब के बीच यूपी रोडवेज के जिन तीन कर्मचारियों को किसानों ने शुक्रवार को बंधक बनाया था, उन्हें सही सलामत छुड़ा लिया गया है। हालात की गंभीरता को देखते हुए सुरक्षा के इंतज़ाम कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। बहरहाल जब तक किसान और सरकार इस समस्या के समाधान तक नहीं पहुंचते, तब यह आंदोलन जारी रहने की आशंका है।
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